Monday, October 4, 2021

Mananiya Sheshadriji


     गुजरातमे कच्छ मे 26 जनवरी 2001 को आए भूकंप में कच्छ और आसपासके  इलाकेमे  हुइ जानहानी के समय काम कर रहे संघकार्यकर्ता और हताहत हुए लोगोको मिलनेमे लिए माननीय शेषाद्रीजीका गुजरातमे प्रवास हुआ। इस प्रवासके  दौरान उनका मोरबीमेआना हुआ। यहाँ  कई घर गिर दये थे,कई लोगों की जान भी गईथी और कंइ लोग घायलभी हुए थे। इस समय राहत कार्योंमे लगेकार्यकर्ताओके साथ मीलनालोगोको सांत्वना देना और मार्गदर्शन करना हुआ। इस समय सब कार्यकर्ता को भोजन सब सामान्य पीड़ितलोगोके साथ था। मेरे अस्पताल के पास एक स्कूल के मैदान में भोजन व्यवस्था थी  भूकंप पीड़ितों के लिए जो भोजन तैयार किया गयाथा वह खीचड़ी और आलू की सब्जी थी लेकिन थोड़ी सी शेषाद्रीके परेजीके  कारण उनके लिए अलग चावलदाल और दही था।।सभीलोगोंको बनाइ खिचड़ी  और आलू की सब्जी उन्होने देख ली जिसमें मिर्च और नमक अधिक थाकिन्तु उन्होंने वह खिचड़ी सब्ज़ी भीमाँगी।अधिकारी को भी अन्य लोग क्या खा रहे हैं वह पता होना चाहीए। कितनी सरलता और सबके साथ सुखदुख में रहना औरएकताका भाव बनाना यह संदेश रहा।

      एक बार जामनगर में  जिले तक कार्यकर्ताओं की बैठक और वर्ग हुआ  था ।एक कार्यकर्ता ने  शेषाद्रीजीको सवाल किया किअधिकारी बननेके बाद मुख्य शिक्षक और कार्यवाह जैसा मैदानी कार्य की मजा नहीं आता  उन्होने कहाकी ने कहा कि मुख्य शिक्षक केको लिए गटनायक ,स्वंयसेवक अपने कामका व्याप है लेकिन उपरके अधिकारीके लिए काम का गट बदल जाता है , यह अनुभव हमाराभी है। लेकिन यह कार्य विभाजन हैस्वीकारना पड़ेगा। अपने उदाहरण और विचारसे सबका समाधान करना यह बात देखी गइ।

     शेषाद्रीजी को शांत स्वभाव के गंभीर चेहरे से तो सभी ने देखा है लेकिन गुजरात मे 2001 की संघ शिक्षा ( नवसारी सुपा)वर्ग केसमापन बाद प्रबंधकोके साथ हंसते-हंसते चुटकुले सुनाकर सभी को चौंका दिया  मैं और हसमुखभाइ पटेलको वर्गके समापन समयप्रांत सहकार्यवाह का दायित्व घोषित कीया तो वो बोले भूकंपोंमे ज़्यादा काम करनेका यह परिणाम है 

     माननीय शेषाद्रीजी गुजरातमें भरूच की संघ शिक्षा वर्ग ( इस २०००आयें थे। उन्होंने कहा आज मेरा जन्मदिन है और कल मैंमहाराष्ट्र के एक गाँव जा रहा हूँ। जहां मेरे जन्मदिन पर एक परिवार यज्ञ कर रहा है। कइ साल बाद उनसे मिलना होगा। भोजनके समयवर्ग सर्वाधिकारी ने सोंचा सब शिक्षार्थीओ को यह बताया जाय लेकिन जैसे अधिकारी सुचनाके लिए उठने लगे तो शेषाद्रीजीनेइशारेसे मना कर दिया  दोपहर के भोजन के बाद वो खुद वर्ग के अधिकारी से मिले और कहा कि मैंने आपको दोपहर के भोजन परअपने जन्मदिन की घोषणा करने से रोक दिया क्योंकि आज भोजनमे मिठाइ देने वाले थे और शिक्षार्थीओको लगेगा की जन्मदिन केकारण मिठाइ है।अधिकारी का जन्मदिन  पर मिठाइ होनी चाहीए। उनमेसे  कोइ भविष्यमे अधिकारी बनेंगे को यह सोच बन शक्ति है।छोटी बातों का भी क्या महत्व है अपने व्यवहारसे बताया  वंदन 

—— डो जयंति भाडेसिआ 

( मोरबी- गुजरात)

पश्चिम क्षेत्र संघचालक 


Tuesday, June 15, 2021

Vijyadashmi

विजय दशमी का तो बहुत महत्व है।

(1)राष्टीय स्वयमंसेवक संघ का स्थापना दिवस है.आज ही के दिन यानि वि.सं.1982, माह अश्विन शुक्ला नवमी(सन्-1925)को नागपुरमे हुयी.

(2)आज ही के दिन राष्ट्र सेविका समिति (महिला शाखा)की भी स्थापना हुयी.वि.सं.1993,माह अश्विन शुक्ला नवमी (सन्-1936)कोवर्धा(महाराष्ट्रमे स्थापना हुसी

(3)आज ही के दिन दिलेर युद्ध मे महाराणा प्रताप की विजय(1582)

(4)आज ही के दिन असम के वीर सेनापति लाचित बड़फूकन की मुगलों पर विजय(1670)

(5)आज ही शंकर देव जी का जन्म दिवस है(सन्-1448,वि.सं.-1505,युगाब्द-4550

(6)आज ही सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य का भी जन्म दिवस है(सन्-1501)

(7)आज ही मधवाचार्य जयंति भी है.(वि.-1376,यु.-4421)

(8)आज ही सांई बाबा की पुण्य तिथि भी है।

(9)आज ही विजय दशमी"दशहरा पर्व"तो है ही.आज ही के दिन प्रभु श्रीराम ने दुष्ट दानव राक्षस रावण को मार,विजय प्राप्त की , महिसासुर का नाश मा दुर्गा ने कीयापांडवोने विराट नगरीमे शत्र धारण कीये

*कोरोना की तीसरी लहर* पूर्व तैयारी

*कोरोना की तीसरी लहर*

  यह कब होगी?

 -डॉक्टर और वैज्ञानिक बता रहे हैं

 -यह अधिक लोगों / स्थानों को कवर कर सकता है - बाल आयु वर्ग के अधिक समावेश की संभावना है


 *बिंदु क्या हैं

 -उसके लिए तैयारी करने के लिए

 अस्पताल तैयारी

-बुनियादी सुविधाओं 

 -लोगों की सावधानी

 -हम सरकार को मदद


 *अस्पताल की तैयारी

 -मानव संसाधन की तैयारी

 हर जगह डॉक्टर की होनी चाहिएमुख्य भूमिका


 *विभिन्न संगठनों के लिए प्रेरणा

 -निजी और बहु ​​विशेषज्ञ अस्पताल

 -मेडिकल कॉलेज के छात्रों के लिए प्रेरणा

 -अन्य छात्र और एनएसएस एनसीसी -

संगठन विभिन्न जाति संघ


 *तीसरी लहर क्यों हो सकती है यह सब इस पर निर्भर करता है

 -म्यूटेशन

 -यह लोगों के व्यवहार पर निर्भर करता है - हम डराना नहीं चाहते लेकिन लोगों की सुरक्षा अधिक महत्वपूर्ण है

 -लॉकडाउनस्कूल कोलेज 

 -अधिक संभावना है कि जिन लोगों को अब तक कोरोना नहीं हुआ हैजिनका टीकाकरण नहीं हुआ हैवे इसके शिकार हो सकते हैं


 *टीकाकरण होना बेहतर है

 -एकसाथ परिवार 

 -ऐप का उपयोग करना कभी-कभी मुश्किल होता हैइसके लिए गांवों में रहने वाले अन्य लोगों की मदद करना जो अनपढ़ थे और जोस्मार्टफोन में नहीं हैं


 *फंडिंग-वर्ल्ड

  यह सीएसआर दान से हो सकता है

 -

 *वर्तमान कोरोना अस्पताल

 -उन्नत किया जाना चाहिए कि एक नया विकास होना चाहिए रोगियों की संख्या में भी वृद्धि increase

 - कोरोना केयर सेंटर को और अधिक ऑक्सीजन सप्लाई पाइप आदि से अपग्रेड किया जाए

 -मानव संसाधन और चिकित्सा और पैरामेडिकल लोगों की मदद करने वाले लोगों की योजना होनी चाहिए


 *डॉक्टरों के साथ पैरामेडिकल स्टाफ के साथ वाहन महत्वपूर्ण दवाओं की जांच और नैदानिक ​​चीजें गांव से गांवअलग-अलग मलिनबस्तियों में ले जाया जाना चाहिए-माइल्ड मरीज़ की देखभाल पर बिना किसी जटिलता के हल्के और मध्यम रोग घर पर हो



 *आर्थिक मदद हम मांग सकते हैं

 कोविड के लिए सीएसआर

 एनजीओ मंदिरों से दानआश्रम मठ

 -धनऑक्सीजनप्लांट सिलेंडर वेंटिलेटर निखिल एक्सट्रैक्ट मशीन के रूप में दान करने के लिए कहा जाए,


 *कोरोना प्रशिक्षण के इलाज की तैयारी होनी चाहिए

 -वर्तमान एलोपैथिक डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए जो कोविड में विभिन्न कार्यों से परिचित नहीं हैं

 -चिकित्सकों की संख्या बढ़ाई जाए

 -विभिन्न कक्षाओं के मेडिकल छात्रों को प्रशिक्षित किया जाए

 -गैर सरकारी संगठन के स्वयंसेवक जो चिकित्सा या अन्य संबंधित कार्यों में भाग लेना चाहते हैं


 *जब कोविड का काम चल रहा होगैर-कोविड रोगियों को परेशानी  होइसलिए उचित अस्पताल और स्टाफ होना चाहिए और गैर-कोविड आपातकालीन रोगियों जैसे ट्रॉमा डिलीवरी आदि के लिए उपलब्ध होना चाहिए।


 *तैयारी -मेडिकल के रूप में होनी चाहिए

 -सामाजिक

 -संगठन

 -मानवीय संसाधन


 *बैठक अलग-अलग जिलों में और निचले स्तर पर भी हो

 एक डेटा संग्रह होना चाहिए जैसे सभी विवरण

 पूरा समय

 पार्ट टाईम

 मुसीबत का इशारा

 फ़ोन नंबर

 मोबाइल नंबर

 ईमेल

 के लिए डाक पता

 डॉक्टर

 नर्सों

 पैरामेडिकल स्टाफ

 फार्मेसिस्ट

 सफाई कमचारी

 और स्वयंसेवक


 *डॉक्टरों और नर्सों के साथ प्रशिक्षण देने वाले स्वयंसेवकों को भी प्रशिक्षित किया जाना 

 -चिकित्सा विभाग में काम करना -प्रशासन के साथ काम करना

 -हाथ तैयार करने और भोजन वितरण आदि में मदद करना

 -रिश्तेदारों को संभालना और अन्य परामर्श


 *की प्रेरणा होनी चाहिए

 अलग जाति

 जाति बिरादरी स्कूल

 एनजीओ या विभिन्न संप्रदाय

 जैसे श्री श्री रविशंकर गायत्री पतंजलि


 -सरकारी प्राधिकरण के साथ समन्वय होना चाहिएस्थानीय अधिकारियों को प्रकाश में लाना चाहिएजिला राज्य और राष्ट्रीय भी


 -महिलाओं को एक अलग काम में प्रेरित किया जाना चाहिए ताकि वे अपने रिश्तेदारों को संभालने और मनोवैज्ञानिक परामर्श के लिएऔर अधिक प्राप्त कर सकें

 *

 पुणे और राजकोट पुणे ने कोविड की प्रतिक्रिया के लिए पुणे मंच बनाया है और राजकोट ने उद्योगपति की मदद से इस प्रकार काकोविड देखभाल केंद्र बनाया है


 यह नहीं भूलना चाहिए कि लोगों की जागरूकता अधिक महत्वपूर्ण है


 *कोई तब तक सुरक्षित नहीं है जब तक सभी सुरक्षित नहीं हैं

 *स्वयं उपचार नहीं करना चाहिए

 *व्हाट्सएप मैसेज और गूगल से कोई इलाज नहीं होना चाहिए

 *केवल एंटीबायोटिक दवाओं की कोई भूमिका नहीं है

 *उचित हेल्प लाइन बनाई जाए*विज्ञापन और विभिन्न समाज का रोल मॉडल काम करे

 *परीक्षण के लिए और अधिक RTPCR केंद्र होने चाहिए


 पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट और न्यू नेटल केयर यूनिट के लिए और तैयारी