Thursday, November 2, 2023

કિશનદાશજી ઇશ્વરદાસજી નિમાવત



મૂળ કુવારદ ના , મોરબીમા ઘણો સમય રહેલા ,રામજી મંદિરની પૂજા કરનાર, જેમણે સંઘની ગ્રામ્ય વિસ્તારની વિવિધ જવાબદારી સંભાળેલ અને કાયમી સંપર્ક , પ્રવાસ તથા પોસ્ટકાર્ડ પત્ર લખવાની વિશેષતા ધરાવનાર, બધાની ત્રણ પેઢીનાં નામ વાળી યાદી રાખવાનો જેને સ્વભાવ હતો તેવા કિશનદાશજી ઇશ્વરદાસજી નિમાવત ( કુવારદ)આજે રામચરણ પામ્યા છે. ભગવાન રાઘવેન્દ્ર સરકાર એમના દિવ્યઆત્મા ને શાંતિ આપે જય સીતારામ🙏🏻

स्व. रंगा हरीजीके स्मरण




राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ आदरणीय प्रचारक माननीय रंगा  हरि जी के स्वर्गवास के समय हमारे मन में उनसे स्मरणकी काफी कुछ यादें आ रही है । उनका परिचय  अखिल भारतीय बैठक और संघ शिक्षा वर्ग तृतीए वर्ष में हुआ था। अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख के नाते बौद्धिक कार्यक्रम में छोटी छोटी बातो  क्या महत्व है वह अच्छी तरह से समझाते थे। धोलका के पास कली कुंड में हुए बौद्धिक प्रमुखोकी बैठक में एक सुंदर प्रभावशाली बात कही थी । वो कहते थे “हमारे गीत एकांत में बौद्धिक होते हैं “
        संघ शिक्षा वर्ग और अन्य समय पर उनके बौद्धिक  एकदम सटीक बिंदु सह क्रमश आगे बढ़ते और काफि कुछ उदाहरण के साथ रहते थे ।भारत देश में भारतीयत्व और हिंदुत्व का क्या तफावत समझाते मैथिली, जानकी और सीताके नाम में क्या तफावत  है  वैसे उदाहरण से समजाते थे।अपने रसोईघर में रहते salt और केमिकल लैबोरेटरी रहे salt कहनेमे क्या मतलब हैं ऐसे उदाहरण वो बताते थे।
       पुनरुत्थान ट्रस्ट की पुस्तक “अधिक जनन शास्त्र “के विमोचन  समय उन्होंने कहा था मैं संघ का प्रचारक इस विषय में क्या ज्यादा बता सकता । लेकिन मैंने जो पढा है ,जो सुना है और जो  हमारे ऋषि-मुनियों ने बताया है वह बात करूंगा।
          किसी भी भाषा को सीखना है गीता के द्वारा हम शिख  सकते है। एक बार साधना सप्ताहिक के कार्यालय पर बैठे कार्यकर्ता के साथ चर्चा में यह बताया था।
       मोरबी में हुए विशाल  हिंदू सम्मेलन के समय मेरे घर उनका  भोजन रखा था। भोजन के बाद मेरे  परिवार की महिलाओं के साथ भारतीय भोजन की विशेषताएं और एक ही भोजन की अलग-अलग अंदर मिलाए जाने वाली चीजें अलग अलग प्रांत में कैसे बदलती है  वह काफी कुछ समय चर्चा करते बताया था। उनके साथ बैठने से बातें करने से काफी कुछ अनुभव के प्रसंग सुनने को मिलते थे । ऐसे हमारे आदरणीय अभी नहीं रहे लेकिन उन्होंने कई हुए काफी बाते और कुछ पुस्तकें उनकी याद दिलाती रहेगी।