Tuesday, June 30, 2020

डोकटर दिन निमित थोड़ी समाज से अपेक्षा

डोकटर दिन निमित थोड़ी समाज से अपेक्षाएँ

-डोकटर कभी भगवान का स्वरुप नहीं हो सकते

-डोकटर इलाज का प्रयत्न करते है

-परिणाम देना कुदरत के हाथ में है

-कभी कभी थोड़ी मामूली सी तकलीफ़ वाला मरीज़ चला जाता है

-कभी कभी एकदम सीरीयस मरीज़ सालो तक जीता है

-कोइ डोकटर कभी भी मरीज़ का बूरा नहीं इच्छता

-सभी डोकटर लूटते हैं यह बात ठीक नही

-स्वास्थ्य सेवा महँगी हुइ है इसलिए कंइ कारण है

-सेवा की अपेक्षा सिर्फ डोकटर के पास ही नहीं रखना , सभी व्यवसाय में यह अपेक्षित 

-जैसा समाज है वैसे सब व्यवसायी बनेंगेसमाज मूल्यवान बने यह करना जरुरी है

-डोकटर बनते समय की गइ तपस्या बात जीनके परिवार से कोइ तबीबी क्षेत्र में जाता है उन्हें ही मालूम होता है

-हमारे यहाँ सरकारी अस्पताल का उपयोग गरीब भी करने नही चाहतेसब लोग मानते हैं यहा ठीक इलाज नहीं होतायह सभी जगाहकी वास्तविकता नहीगरीब मध्यम परिवार को सरकारी और चेरीटेबल अस्पताल का उपयोग करना चाहीए

-मेडीकल के आकस्मिक खर्च का हमारे यहाँ बजेट ही नहीं रखते  

-काफ़ी गरीब भी विविध सरकारी योजना का लाभ नहीं लेते और पैसेवाले लेते है

-विज्ञान संपूर्ण नहीं है  कभी कभी सामान्य अवस्था में भी कोम्पलीकेशन हो सकते है

-राजा महाराजा धनवान ओर नेता भी बीमार होते हैं और चल भी बसते है

-पैसे से सबकुछ नहीं होता 

-मेडीकल क्षेत्र में गेरेन्टी की बात करना मुर्तता है

-मीडिया , न्युझ पेपर और टीवी चैनल की कंइ बातें समाज में डोकटर पेशन्ट संबंध बिगाड़ देती है

-डोकटर से कुछ छुपाना नही

-अपने पैसेसता और विविध जाति बिरादरी के अहंकार से डोकटर पास जाने वाले की सारवार करने में डोकटर तनाव अनुभव करते है।इससे बचीए

-हम जानते हैं समाज को भी डोकटर से कंइ अपेक्षाएँ हो सकती है

-लेकिन अपना पुत्र पुत्री डोकटर होने के बाद हमें मालूम होता है कैसी है उनकी ज़िंदगी

सिर्फ वोरीयर्स कहकर बड़ा  कीजीये

-सम्मान की अपेक्षा है

भगवान धन्वंतरि सबको स्वस्थ रखे

-God can not be everywhere so he created mother . 

-God can not be at every emergency so he created doctors 



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