Tuesday, June 1, 2021

Science

महामारी के समय में विज्ञान और वैज्ञानिक दृष्टि का मनोमंथन जरुरी है ।
अन्य विषय इसमें अवरोध ना करें यह देखना है।
विज्ञान वह है जो अनुभव और प्रयोग से मीलता है।
विश्वास और आस्था अच्छा है लेकिन गडरीया प्रवाह नही ।
विज्ञान सार्वभौमिक होना चाहीए।
अपने पन में बदल करने के लिए आलसी नही होना।
कोइ ज्ञान अंतिम नहीं होता ।
परिवर्तनशीलता विज्ञान का धर्म है।
विज्ञान का ध्येय शोषणमुक्त समाज खड़ा करना है ।
उनका उपयोग आपत्तियों से सुरक्षा पाने में हो।
समता और समानता का संदेश है ।

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